हरिद्वार : गंगा की लहरों के साथ अठखेलियां करना कांवड़ियों को भारी पड़ रहा है। रोजाना गंगा में दो से तीन कांवड़िए सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर पानी के तेज बहाव में जा रहे हैं, लेकिन इन बहते हुए कांवड़ियों के लिए पुलिस के गोताखोर खेवनहार बनकर उनके जीवन की डूबती नैया को पार लगा रहे हैं। हरिद्वार पुलिस, पीएसी, एसडीआरएफ के गोताखोर रोजाना दो से तीन कांवड़ियों को गंगा के तेज बहाव के बीच से निकालकर ला रहे हैं। कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है। कांवड़ियों के जत्थे लगातार हरिद्वार पहुंच रहे हैं। धर्मनगरी में पहुंचकर कांवड़िए गंगा स्नान कर रहे हैं। वहीं कई कांवड़िए ऐसे भी हैं, जो पुलों और घाटों से गंगा में कूद रहे हैं। कई बार नियंत्रण बिगड़ने के चलते ये कांवड़िए पानी के तेज बहाव में बहने लगते हैं।ऐसे में कांवड़ ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस के गोताखोर इनको बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना ही गंगा में कूद पड़ते हैं। कांवड़ यात्रा शुरू होने के साथ ही पुलिस अब तक 20 से अधिक कांवड़ियों को गंगा में बहते हुए बचा चुकी है। रविवार को भी पुलिस के गोताखोर विक्रांत, कुलतार, किशन व सनी ने अंकुश निवासी इंद्र कॉलोनी रोहतक व गोविंद शर्मा निवासी बल्लभगढ़ को गंगा में बहते हुए बचाया।