पिथौरागढ़-पौराणिक थल मेले में सदियों पुरानी विधा भगनौले को गाने के लिए मल्ला भैसकोट के 88 वर्षीय रूप राम और नापड़ गांव के 82 साल के मोती राम रात को होने वाले मेले में सदियों से निर्धारित पीपल के पेड़ वाले स्थान पर पहुंचे। दोनों 1950 सन से लगातार यहां भगनौला गाने को आ रहे हैं। कोरोना के चलते मेला नहीं होने से ये दोनों मायूस नजर आए।