जहां चाह वहां राह, ये कहावत अनुभव दुबे पर पूरी तरह से चरितार्थ होती है। एक समय था जब अनुभव यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे लेकिन बाद में उन्होंने खुद का स्टार्टअप शुरू कर दिया। अनुभव ने मात्र 23 साल की उम्र में अपने दोस्त आनंद नायक के साथ मिलकर ‘चाय सुट्टा बार’ की शुरुआत की, जो अब मशहूर हो चुका है। अनुभव के पिता एक बिजनेसमैन थे, लेकिन वह नहीं चाहते थे कि उनका बेटा भी कारोबारी ही बने। वे अनुभव को सरकारी अधिकारी बनाना चाहते थे। यही वजह है कि उन्होंने अनुभव को दिल्ली यूपीएससी की तैयारी के लिए भेज दिया लेकिन अनुभव का मन करने का था। उनके इस काम में उनके स्कूल के दोस्त आनंद नायक ने उनका साथ दिया।
दरअसल, आनंद के घर में भी कपड़ों का व्यापार होता था, लेकिन किन्ही कारणों से वह बंद हो गया। आनंद को पता था कि अनुभव कोई बिजनेस करना चाहते हैं। एक दिन फोन पर बात करते हुए आनंद ने अनुभव को बताया कि उनका फैमिली बिजनेस बंद हो चुका है और अब वे दोनों मिलकर कुछ नया कर सकते हैं। ऐसे में अनुभव बिना माता-पिता को बताए आनंद से मिलने इंदौर चले गए। उस वक्त दोनों के पास कुल 3 लाख रुपये की सेविंग थी। इसी पैसे से उन्हें बिजनेस करना था। इसी बीच अनुभव के मन में टी-शॉप खोलने की बात आई। उनका मानना था कि भारत में चाय काफी पसंद की जाती है और इसमें निवेश भी काफी कम है। इसके बाद उन्होंने भंवरकुआँ में गर्ल्स हॉस्टल के सामने चाय सुट्टा बार की शुरुआत की। इस इलाके में कई सारे कोचिंग सेंटर थे।
ऐसे में चाय की दुकान के लिए यह एक प्राइम लोकेशन थी। हालांकि, इनकी दुकान पहले दिन काफी कम लोग आए। यही सिलसिला आगे कुछ दिन तक और चला तो अनुभव ने कुछ दोस्तों की मदद ली। उन्होंने अपने दोस्तों को दुकान पर बुलाया और फर्जी भीड़ इकट्ठा की। अनुभव उन्हें मुफ्त में खाने-पीने की चीजें देते थे, लेकिन दुकान पर सुबह से शाम तक लोगों का आना जाना लगा रहता था। भीड़ देखकर धीरे-धीरे बाहर के लोग भी दुकान पर आने लगे। इतना ही नहीं अनुभव के कुछ दोस्त भीड़ वाली जगहों पर चाय सुट्टा बार का नाम लेकर जोर-जोर से बातें करते थे ताकि लोग उसके बारे में सुने। ऐसा करने से लोगों के मन में उत्सुकता पैदा होने लगी और वे उनकी दुकान पर जाने लगे। इसी तरह चाय सुट्टा बार का धंधा चल पड़ा। आलम ये रहा कि अनुभव और नायक ने 6 महीने के अंदर 2 राज्यों में चाय सुट्टा बार की 4 फ्रेंचाइजी भी खोल दी। फिलहाल देश भर में इसके 150 आउटलेट हैं। वहीं विदेशों में भी इसकी फेंचाइजी खुल रही है। आज चाय सुट्टा बार दुबई, यूके, कनाडा व ओमान जैसे देशों तक पहुंच गया है। कंपनी हर साल 100-150 करोड़ रुपये की कमाई कर रही है।