कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में अब कोरोना वैक्सीन के अगले चरण के तहत 60 साल के ऊपर के बुजुर्गो का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके साथ ही 45 से 60 साल तक के उन लोगों को भी कोरोना का टीका दिया जा रहा है जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। ऐसे में बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने टीकाकरण के लिए ज्यादा निजी अस्पतालों को अनुमति देने का फैसला किया है।
कोविड-19 टीका सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दिया जा रहा है, जबकि निजी अस्पतालों में लोगों को इसके लिए भुगतान करना पड़ रहा है।
आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के तहत लगभग 10,000 निजी अस्पतालों, सीजीएचएस के तहत सूचीबद्ध 600 से अधिक अस्पतालों और राज्य सरकारों की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत अन्य निजी अस्पतालों को कोविड टीकाकरण केन्द्रों (सीवीसी) के रूप में शामिल किया गया है।
यदि किसी व्यक्ति को कोरोना का टीका लगवाना है तो सबसे पहले उसे इसके लिये रजिस्ट्रेशन करना होगा। किस तरह से रजिस्ट्रेशन होगा, कितने में लगेगा इन सब की जानकारी लेने के लिए देवभूमि इनसाइडर ने सिनर्जी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस के चेयरमैन डॉ कृष्ण अवतार से बात की।