मिशन-2023 को देखते हुए सत्ताधारी भाजपा इलेक्शन मोड में नजर आ रही है। यही कारण है कि, सियासत के गढ़ इंदौर में लगातार भाजपा के बड़े नेताओं के आने का सिलसिला जारी है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सियासत का गढ़ कहे जाने वाले शहर इंदौर आए। उन्होंने विधानसभा चुनावों को देखते हुए पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारियो की बैठक ली। इसके बाद उनसे वन-टू-वन चर्चा भी की। इस बैठक में भाजपा के तमाम दिग्गज नेता शामिल थे। बैठक में इंदौर ग्रामीण जिला और नगर की इस बैठक में तमाम विषयों पर मंथन हुआ।
बैठक में नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूसिंह रघुवंशी, वरिष्ठ भाजपा नेता मेघराज जैन, गोविंद मालू, सर्वेश तिवारी, गोपी नेमा, मनोज पटेल, सुदर्शन गुप्ता, उमा शशि शर्मा, मुकेश राजावत, अमरदीप मौर्य सहित पूर्व पदाधिकारी एवं वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। बैठक में पूर्व शहर अध्यक्ष गोपी नेमा भी शामिल हुए।
जैसे ही वह बैठक कक्ष में पहुंचे, तो सीनियर नेताओं के सामने बोले कि, इस बैठक को नाराज पूर्व पदाधिकारियों की बैठक कहा जा रहा है। जबकि मैं नाराज नहीं हूं। पार्टी ने मुझे जो काम सौंपा है, वह मैं बेहद ईमानदारी से कर रहा हूं। मेरा नाम नाराज़ लोगों की सूची से हटाया जाए। मैं कतई नाराज नहीं हूं। नेमा को बीच में टोकते हुए केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि कौन बोल रहा कि ये नाराज पदाधिकारियों की बैठक है।
इस पर उन्होंने जवाब दिया कि, बाहर मीडिया इसे यही कहकर प्रचार कर रहा है। नेमा के जवाब पर केंद्रीय मंत्री तोमर ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा कि, आप जैसे वरिष्ठ नेता को ऐसी बातें शोभा नहीं देती हैं। बाहर मीडिया कुछ भी बोले उससे हमें फर्क नही पड़ना चाहिये। मीडिया कोई भाजपा नहीं है। हम और आप पार्टी के लोग हैं। हमें क्या करना है ये हम और पार्टी तय करेगी।