देहारदून : बदरीनाथ का द्वार जोशीमठ आपदा की देहरी पर खड़ा है। सामरिक और धार्मिक महत्व रखने वाले इस शहर पर अनहोनी टूटने को तैयार है। जोशीमठ से सामने आ रही तस्वीरें इस कदर भयावह हैं की एक नगर पर मंडरा रहे खतरे से पूरा देश सहम उठा है। हालांकी बता दें , कि खौफ अकेला नही है। आतंक के साथ साथ आक्रोष और आरोप भी बढ रहे है। जोशीमठ भूधंसाव मामले में कांग्रेस उत्तराखंड सरकार पर जबरदस्त हमलावर है और सरकार पर लगातार उपेक्षा के आरोप लगा रही है। कांग्रेस के बड़े नेता भूधंसाव मामले में चिंता जाहिर कर रहे हैं। राहुल गांधी से लेकर पूर्व केंद्रिय मंत्री व कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश तक ने सोशल मीडिया के जरिए स्थिती पर फिक्र जताई है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड सरकार को कठोर मौसम में लोगों का संज्ञान लेने और पुनर्वास के प्रबंध सुनिश्चित करने को कहा है तो कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी विनाश के उपर विकास के अपने चयन की याद दिलाई। पूर्व केंद्रिय मंत्री ने लिखा की – “26 महीने जब मैं पर्यावरण मंत्री था, उत्तराखंड में विकास-पर्यावरण के मुद्दे से जूझता रहा। अधिकांश मामलों में, मैंने पारिस्थितिक संरक्षण के पक्ष में निर्णय लिया। इससे मेरे ज्यादा दोस्त नहीं बने, लेकिन जोशीमठ के ये दृश्य मेरी स्थिति की पुष्टि करते हैं।“
उधर प्रदेश कांग्रेस भी सरकार को कढगहरे में खड़ा कर रही है। खासतौर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत। हरीश रावत इससे पहले राज्य सरकार पर अनहोनी का इंतजार करने का आरोप लगा चुके हैं। इस बार पूर्व सीएम ने धापा त्रासदी व सॉन्ग की बाढ को याद किया है। कुलमिलाकर सत्तापक्ष के समक्ष दोहरी चुनौती आ खड़ी हुई है। एक ओर जोशीमठ के प्रभावितों को आश्वासन औऱ आसरा देना है दूसरी ओर विपक्ष के वार से निपटना है।