भोजन माता संगठन ने एक बार फिर से अपनी मांगों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की। संगठन ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में मध्यान्न भोजन योजना को संचालित करने वाली भोजन माताओं को उनके काम के हिसाब से वेतन व अन्य सुविधाएं मिलनी चाहिए।
भोजन माता संगठन ने लॉकडाउन की घोषणा से पहले खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना दे रखा था, पर लॉकडाउन की घोषणा होने के चलते उन्होंने अपना धरना स्थगित कर दिया था।
हरबर्टपुर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में आयोजित हुई भोजन माता संगठन की बैठक में सरकार से संगठन की मांगों को पूरा कराने के लिए आगामी रणनीति पर विचार किया गया गया है ।
बैठक में उपस्थित भोजन माताओं को संबोधित करते हुए संगठन की प्रदेश अध्यक्ष ऊषा देवी ने कहा प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयों में तीस हजार भोजन माताएं कई वर्षों से बेहद कम मानदेय पर अपनी सेवाएं दे रही हैं।