बागेश्वर। जिला अस्पताल के नवजात शिशु स्टेबलाइजेशन यूनिट (एनबीएसयू) में अब चार बेड की बजाय नवजात शिशुओं को दस बेड की सुविधा मिल सकेगी। गंभीर बीमारी का सामना कर रहे नवजात शिशु, समय से पहले जन्मे बच्चे, सांस लेने में परेशानी और कम वजन वाले शिशुओं को इसका लाभ मिल सकेगा। विश्व बैंक से स्वीकृत 20 करोड़ की धनराशि से जिला अस्पताल में चल रहे नवीनीकरण और सुधारीकरण के कार्य के तहत एनबीएसयू की मरम्मत का कार्य पूरा हो गया है। पूर्व में इस वार्ड में केवल चार बेड की व्यवस्था थी। इससे मरीजों की संख्या बढ़ने पर कार्य प्रभावित होता था। परिजनों को इलाज के लिए घंटों कक्ष के बाहर इंतजार करना पड़ता था। अब इस वार्ड से एक समय में दस बच्चों को लाभ मिल सकेगा। केवल जिला अस्पताल में ही एनबीएसयू वार्ड का निर्माण किया गया है। कपकोट और गरुड़ अस्पताल में एनबीएसयू वार्ड न होने के कारण शिशुओं को स्वास्थ्य समस्याएं होने पर उन्हें जिला अस्पताल लाना पड़ता है। जिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डॉ. एसपी त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है। एनबीएसयू अस्पताल को हस्तांतरित किया जा चुका है। शिफ्टिंग का कार्य पूरा होते ही यूनिट का संचालन शुरू हो जाएगा।