उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में एवलॉन्च एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. बीते सितंबर और अक्टूबर महीने में केदारघाटी में तीन हिमस्खलन की घटना देखी गई. कुछ ही दिनों के भीतर केदारघाटी में तीन हिमस्खलन की घटना के बाद उत्तराखंड सरकार जागी है. जिसके बाद सरकार ने धरातलीय निरीक्षण एवं अध्यनन के लिए टीम गठित की. हिमस्खलन क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण और अध्ययन करने के बाद कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है.रिपोर्ट में कमेटी ने बड़ा खुलासा करने के साथ ही सरकार को भविष्य में केदारधाम में कंस्ट्रक्शन पर रोक लगाने के सुझाव () दिए हैं. बता दें कि सितंबर और अक्टूबर महीने में केदारघाटी के ऊपरी क्षेत्र में चोराबाड़ी ग्लेशियर के समीप तीन एवलॉन्च देखने को मिले. एवलॉन्च की तस्वीरों से लोगों में डर देखने को मिला.