उत्तराखंड हाईकोर्ट के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी ने कहा कि प्रदेशवासियों को जीवन और स्वतंत्रता का अधिकार दिलाना उनकी मुख्य प्राथमिकता में रहेगा। उनका प्रयास रहेगा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से राइट टू लाइफ एंड लिबर्टी की व्याख्या के क्रम में उसका अनुपालन कर इसे प्रदेश में सार्थक बना सकें। इसमें बेहतर पर्यावरण, शुद्ध जल समेत मूलभूत जरूरतें शामिल हैं।
न्यायमूर्ति सांघी ने बुधवार को हाईकोर्ट में कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान मुख्य न्यायधीश की कोर्ट में फुल कोर्ट रेफ्रेंस भी हुआ। मुख्य न्यायाधीश सांघी ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि वह अच्छा कार्य कर सकें, जिससे प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक को न्याय मिल सके। न्याय के मंदिर के माध्यम से वह जनता को उनके हक व मूल अधिकार दिला सकें। इससे पूर्व, उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल विवेक भारती शर्मा ने मुख्य न्यायाधीश से प्रोसीडिंग शुरू करने की अनुमति मांगी। महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभाकर जोशी व वरिष्ठ न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी, न्यायाधीश शरद कुमार शर्मा, न्यायाधीश आरसी खुल्बे, न्यायाधीश रविन्द्र मैठाणी, न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा, सेवानिवृत न्यायाधीश जेसीएस रावत, न्यायाधीश ब्रह्म सिंह वर्मा, न्यायाधीश यूसी ध्यानी व सेवानिवृत न्यायाधीश लोकपाल सिंह, एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट, जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल, चीफ स्टैंडिंग काउंसिल चंद्रशेखर सिंह रावत, जीए गजेंद्र संधू, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव विकास बहुगुणा, सॉलिसिटर जनरल राकेश थपलियाल सहित अन्य अधिवक्तागण मौजूद रहे।