चंपावत-कोरोना शादी-विवाह की परंपराओं पर भी भारी पड़ रहा है। महामारी के इस दौर में जिले का स्वांला गांव तीन दिन में दो-दो अनूठी शादियों का गवाह बना है, जब दूल्हे के बजाए दुल्हन को दूल्हे के घर बरात लेकर जाना पड़ा। तीन दिन पूर्व भी पहली बार स्वांला गांव में विवाह के लिए दुल्हन को दूल्हे के घर आना पड़ा था। शुक्रवार को लोहाघाट के रायनगर चौड़ी से शादी के लिए दुल्हन भी दूल्हे के घर पहुंची।