देहरादून में 31 मार्च को संपन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल कार्मिक संगठन की बैठक में कल्याणकारी मुद्दों पर चर्चा हुई। मांग उठी कि कोरोनाकाल के कारण पुरानी कार्यकारिणी कुछ काम नहीं कर पाई, इसलिए पुरानी कार्यकारिणी को फिर से मौका दिया जाए। केवल कोषाध्यक्ष पद पर ही बदलाव किया गया।एसएस कोठियाल को अध्यक्ष, मनोहर सिंह नेगी को उपाध्यक्ष (कुमाऊं), एनडी बहुगुणा को उपाध्यक्ष (गढ़वाल), जेएस तड़ियाल को महासचिव और हीरा सिंह को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया। नई कार्यकारिणी का कार्यकाल तीन साल (एक अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2025) तक होगा।बैठक में दिल्ली से सेवानिवृत्त सीआरपीएफ के एडिशनल डीजी हरी राम सिंह, एसपी पोखरियाल आदि ने तमाम मुद्दों पर विचार रखे। बैठक में केंद्रीय स्तर पर की जा रही कार्यवाही के बारे में भी जानकारी दी गई। हरी राम सिंह ने बताया कि शीघ्र ही समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है। सेवानिवृत्त लोगों ने कहा की सीएपीएफ की छह विंग हैं। इनमें बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, आसाम राइफल्स हैं। ये सभी गृह मंत्रालय के अधीन हैं, लेकिन मेसों में अलग-अलग फोर्स के लोगों से अलग अलग दर पर धनराशि ली जाती है। बैठक में एकरूपता बरतने की बात कही गई। बैठक के दौरान कुमाऊं मंडल अध्यक्ष मनोहर सिंह नेगी ने 16 दिसंबर 2021 को बीएसएफ के डीजी को दिए पत्र और डीजी के जवाब को सबके सामने पेश किया। बैठक में उत्तराखंड के सभी क्षेत्रों के लोगों ने भाग लिया। कुमाऊं मंडल अध्यक्ष नेगी ने बताया कि शीघ्र ही कुमाऊं मंडल के छह जिलों में भी नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा।