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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 15 Apr 2022 7:30 am IST


बाजपुर गुरुद्वारा साहिब में श्रद्धाभाव से मना बैसाखी का पर्व


गुरुद्वारा सिघ सभा के तत्वावधान में खालसा पंथ के सजृना दिवस पर आयोजित समागम में पंथ प्रचारकों ने गुरुवाणी का यशगान कर संगत को निहाल कर दिया।

गुरुवार को अखंड पाठ के भोग के उपरांत गुरु रामदास दीवान हाल में सजे दीवान में हजूरी रागी भाई हरभजन सिंह के रागी जत्थे ने कीर्तन के दौरान संगत को निहाल कर दिया। खालसा मेरो रूप है खास, खालसे में ही करूं निवास, अर्थात खालसे की स्थापना के बाद गुरु साहिब ने फरमाया था कि आज के बाद उनका स्वरूप हर खालसे में दिखेगा, वह प्रत्येक सच्चे सिख के हृदय में विराजमान रहेंगे। भाई राजेंद्र सिंह ने कथा में बताया कि गुरु साहिब ने हमेशा जुल्म से टकराकर मजलूम की रक्षा की थी। भाई गुरलाल सिंह व भाई राजेंद्र सिंह संगरूर, भाई मलकीत सिंह अमृतसर के कविश्री जत्थों व भाई गुरभेज सिंह चविडा के डाढी जत्थे की ओर से खालसा पंथ की स्थापना व दसम गुरु श्रीगुरु गोविद सिंह महाराज की गाथा व गुरुजस सुनाकर निहाल किया गया।