हरिद्वार। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के सभागार में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में "Beat Plastic Pollution" एवं पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक करने हेतु संगोष्ठी का आयोजन किया गया lसंगोष्ठी में संबोधित करते हुए इंडियन रेड क्रॉस सचिव डॉ नरेश चौधरी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता हैl इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है कि पर्यावरण को लेकर समाज जागरूक किया जा सके और अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जा सके और जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के प्रति जागरूक होकर संपूर्ण जन समाज चिंतन करें और वर्तमान परिपेक्ष में प्लास्टिक का उपयोग करने वाले लोगों को वैकल्पिक तरीके के संबंध में सोचने के प्रोत्साहित किया जा सके। डॉ नरेश चौधरी ने कहा कि जहां भी वृक्ष लगाने की जगह मिलती है वहां तो वृक्ष लगाये और उनको बड़े होने तक पानी एवं पूर्ण सुरक्षित रखने की स्वयं जिम्मेदारी लें तथा पर्यावरण दिवस प्रत्येक व्यक्ति यदि कम से कम 9 पौधे को रोपित कर उनको आगामी पर्यावरण दिवस तक देखभाल करने का संकल्प लें और साथ ही साथ अपने घरों की बालकनी में कम से कम 9 पौधे अवश्य रोपित करें और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाएं। डॉ नरेश चौधरी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ रखने के लिए पर्यावरण सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है, और प्लास्टिक महामारी को नई पीढ़ी ही जन जागरण अभियान चलाकर समाप्त कर सकती है, जिससे संपूर्ण विश्व चिंतित है। पर्यावरण पर प्लास्टिक के दुष्प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता इसके लिए प्रभावी और मजबूत समाधान की आवश्यकता है इसके लिए समय-समय पर जन जागरूकता अभियान के तहत लोगों को प्रेरित करें कि प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने की जरूरत है पर्यावरण को सुरक्षित एवं संरक्षित करने की जिम्मेदारी हम सभी को एकजुट होकर उठानी होगी और आधुनिकता के इस दौर में हमें और हमारी प्रकृति को प्लास्टिक प्रदूषण से हो रहे नुकसान पर केंद्रित होकर समाज में अग्रणी भूमिका का निर्वाहन करना होगा । तभी हम पर्यावरण को प्रदूषण से पूर्णतया मुक्त कर स्वस्थ्य पर्यावरण से धरती को स्वर्ग बना पाएंगे। संगोष्ठी के उपरांत बच्चों को पौधे भी वितरित किए गए जिससे बच्चे विशेष रूप से अपने अपने अभिभावकों को पर्यावरण के लिए जागरूक करेंगे ।संगोष्ठी में डॉ भावना, डॉ आराधना, डॉ वैशाली, डॉ आकांक्षा ,डॉ वर्षा डॉ रेनू , डॉ हेमलता, पूनम, डॉ उर्मिला पांडे, काशवी ने सक्रिय सहभागिता की।