सोमेश्वर (अल्मोड़ा)। चावल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध सोमेश्वर घाटी के किसानों को मौसम का साथ नहीं मिल रहा है। धान की रोपाई शुरू हो गई है जबकि पर्याप्त बारिश नहीं हो रही और नहरें भी सूखी हैं। ऐसे में रोपाई का समय बीतने के साथ ही क्षेत्र के चार हजार से अधिक किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है।तहसील क्षेत्र के अर्जुनराठ, भानाराठ, मल्ला खोली, रतुराठ, जैचोली, पल्यूड़ा, टाना, रनमन, सुनाड़ी, कोटुली आदि 30 से अधिक गांवों के चार हजार से अधिक किसान चावल का उत्पादन कर अपनी आजीविका चलाते हैं। क्षेत्र का चावल अपने स्वाद के लिए विशेष पहचान रखता है। लाल चावल से तैयार खीर और सफेद चावल के भात का स्वाद हल्द्वानी, दिल्ली, लखनऊ सहित कई स्थानों के लोग लेते हैं।