हर घर नल, हर घर जल योजना के तहत अस्कोट क्षेत्र में नल की टोंटी तो लगा दी गई है लेकिन नलों में पानी कब आएगा, इसका पता नहीं है। घरों में नल लगने के बाद भी लोगों को पानी के लिए नौले धारों या फिर गाड़-गधेरों में जाना पड़ रहा है।
अस्कोट कस्बे और आसपास के गांवों में जड़ियागाड़ नामक स्रोत से पानी की आपूर्ति होती है। दूसरा कोई स्रोत भी नहीं है। जल जीवन मिशन के तहत कुछ पाइप लगाकर आंगन में टोंटी लगा दी गई, लेकिन स्रोत से इन नलों को नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में छह माह से नल सूखे हैं। वितरण लाइनों समेत तीन किमी दूरी तक चार-चार इंच की दो-दो लाइनें बिछाई गई है।