हरिद्वार । मंगलौर पुलिस ने पिछले दिनों हुई ईट भट्टा मालिक की हत्या का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त दो तमंचे, दो खोखे व एक जिंदा कारतूस और घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली है। हत्या का षड्यंत्र रचने वाले सात आरोपी अभी फरार बताए गए हैं।
एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने सोमवार को मंगलौर कोतवाली में पत्रकार वार्ता करते हुए इस हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि विगत मंगलवार को कुमराड़ा गांव में भट्ठा मालिक अजय मलिक की दो बदमाशों ने भट्ठे पर ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसएसपी ने बताया कि अजय मलिक का माजरा निवासी नाथीराम के बीच वर्ष 2016 में कुमराड़ा स्थित भूमि पर भट्ठा लगाने को लेकर समझौता हुआ था। जमीन की ऐवज में अजय मलिक प्रत्येक वर्ष नाथीराम को 80 हजार ईंट या उसकी कीमत देता था। वर्ष 2018 में शामली स्थित भट्ठे से पैसों के हिसाब में गड़बड़ी करने के कारण अजय मलिक ने तीरथपाल को हिस्सेदारी से अलग कर दिया था। जिसे लेकर तीरथपाल और निंदरपाल रंजिश रखने लगे थे। एसएसपी ने बताया कि कुमराड़ा स्थित भट्ठे में अधिक लाभ होने पर नाथीराम व उसके तीन पुत्र अजय मलिक से अपनी जमीन खाली कराना चाहते थे। जिसको लेकर वर्ष 2020 से ही दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा था। एसएसपी ने बताया कि 30 अप्रैल को नाथीराम की दूसरी बेटी की शादी में भी अजय मलिक ने 14 लाख रुपये उधार दिए थे। जिन्हें वापस लेने के लिए अजय मलिक की ओर से दबाव बनाया जा रहा था। दबाव बनाने पर नाथीराम ने भट्ठे पर कब्जा करने व उधार के पैसे वापस न करने के लिए अपने बेटों के साथ मिलकर अजय मलिक की हत्या की योजना बनाई। साथ ही हत्या के बाद तीरथपाल के साथ करीब दो करोड़ से अधिक की ईंटों को बेचने व आपसी सहमति से भट्ठा चलाने की भी योजना बनी। इसके बाद विपिन और अभिषेक ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसएसपी ने हत्या में शामिल विपिन और उसके दोस्त अभिषेक निवासी बेहड़की गुर्जर, गागलहेड़ी जिला सहारनपुर को रविवार की रात मोहम्मदपुर तिराहे पास से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि षड़यंत्र में शामिल नाथीराम, अंकुश, अजीत, तीरथपाल, निंदरपाल, पिंटू व सन्नी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।