पिथौरागढ़: विकासखंड मुनस्यारी के मिलम पैदल मार्ग में ररगारी के समीप भूस्खलन होने से वहां से गुजर रहे लोगों में से एक व्यक्ति मलबे की चपेट में आ गया. आनन-फानन में उनके साथियों के द्वारा इसकी जानकारी मुनस्यारी तहसील प्रशासन को दी गयी. सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी मुनस्यारी श्रेष्ठ गुनसोला के नेतृत्व में प्रशासन की टीम NDRF और ITBP स्थानीय लोगों को लेकर मौके पर पहुंची.
मुनस्यारी हादसे में कर्मचारी की मौत: सब इंस्पेक्टर दीपक बिष्ट के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस टीम की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया. लेकिन देर शाम तक भी उनका कुछ पता नहीं चल पाया. रविवार को दिनभर चले रेस्क्यू के बाद मलबे के ढेर को हटाया गया. देर शाम को सर्च अभियान के दौरान गोरी नदी के समीप शव पड़ा मिला. मृतक की पहचान पिथौरागढ़ देवलथल निवासी चंद्र मोहन पांडे के तौर पर हुई. चंद्र मोहन पिथौरागढ़ कलेक्ट्रेट में वरिष्ठ सहायक पद पर तैनात थे.
नंदा अष्टमी पर्व देखने गए थे चंद्र मोहन पांडे: बताया जा रहा है कि मृतक चंद्र मोहन पांडे बीती आठ सितंबर को अपने कुछ साथियों के साथ नंदा अष्टमी पर्व देखने मुनस्यारी के मल्ला जोहार क्षेत्र में स्थित मर्तोली गये थे. बीते दिन को वह वापस लौट रहे थे. इसी दौरान ररगारी के समीप पहाड़ी से अचानक भूस्खलन हो गया, जिसकी चपेट में आने से चंद्र मोहन पांडे मलबे के ढेर में दब गये.
एसडीएम मुनस्यारी ने क्या कहा? एसडीएम मुनस्यारी श्रेष्ठ गुनसोला ने बताया कि रविवार 15 सितंबर की देर शाम को NDRF, ITBP, पुलिस और स्थानीय लोग शव को रेस्क्यू कर मुख्य मार्ग तक लाए. जिसके बाद देर रात को चंद्र मोहन पांडे का शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी लाया गया. मौके पर सब इंस्पेक्टर दीपक बिष्ट के नेतृत्व में पहुंची स्थानीय पुलिस टीम ने शव का पंचनामा भर कर सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ भेज दिया गया.