चीनी गुब्बारों ने अमेरिका की चिंता तो दे ही दी थी वहीं अब अमेरिका को चीन में बने क्रेनों की चिंता सताने लगी है।
अमेरिका को संदेह है कि, बंदरगाहों पर जहाजों से सामान उतारने में इस्तेमाल होने वाले क्रेन का इस्तेमाल चीन जासूसी के लिए भी कर रहा हो सकता है। अमेरिका के सुरक्षा अधिकारियों ने आगाह किया है कि, दुनिया में जासूसी के तरीके बदल रहे हैं। अब पहले की तरह सिर्फ जासूसों और उपग्रहों के जरिए ही जासूसी नहीं की जाती।
वहीं अधिकारियों ने आशंका जताई है कि, चीन में बने कई उपकरणों का इस्तेमाल जासूसी या अमेरिका में उथल-पुथल मचाने के लिए किया जा सकता है। इन उपकरणों में सामान की स्क्रीनिंग करने वाले सिस्टम और बिजली ट्रांसफॉर्मर भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने इस पर चिंता जताई है कि दुनिया भर के बंदरगाहों पर चीन की पकड़ मजबूत होती जा रही है। उसने अलग-अलग देशों के बंदरगाहों में निवेश किया है। उनके अलावा दुनिया के हर लगभग हर बंदरगाह तक चीन के नए कंटेनर पहुंचते हैं।
बताते चलें कि, अमेरिकी बंदरगाहों पर चीन में बने सॉफ्टवेयर से संचालित क्रेन्स का इस्तेमाल होता है। ये क्रेन पूरी तरह असेंबल्ड अवस्था में जहाजों से लाए जाते हैं। कई जगहों पर तो उन क्रेंस को चलाने के लिए चीन के ही विशेषज्ञ लाए जाते हैं, जिन्हें इस कार्य के लिए दो साल का वीजा दिया जाता है। अब अधिकारियों ने संदेह जताया है कि इन सारी प्रक्रियाओं का इस्तेमाल चीन जासूसी के लिए कर सकता है।