श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में 10 दिसंबर को जारी आदेश के अनुसार 20 राजनेताओं की सुरक्षा वापस ले ली गई है। वहीं, कुछ नेताओं के सुरक्षा घेरे में कटौती की गई है। राजनेताओं को मिल रहे सुरक्षाकर्मियों के अलावा इनकी एस्कोर्ट सुविधा भी वापस ले ली गई है। इनमें अधिकांश नेता पूर्व विधायक (MLA) हैं, जबकि एक पूर्व सांसद (MP) है।
इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के दामाद
एवं निदेशक, जेएंडके सॉफ्टवेयर
टेक्नॉलाजी पार्क ऑफ इंडिया, मोहम्मद असीम खान की सुरक्षा हटाई गई है। कई नेताओं की सुरक्षा के एक दो
सेक्शन कम किए गए हैं। सुरक्षा वापस लिए जाने वाले लोगों की सूची में नेशनल कॉन्फ्रेंस
और पीडीपी के नेता शामिल हैं।
इन नेताओं की सुरक्षा वापस या की गई कम
इन नेताओं के पास लंबे समय से जम्मू-कश्मीर पुलिस, CRPF और SSB की सुरक्षा रही
है। जिन नेताओं की सुरक्षा वापस हुई है, उनमें पीर अफाक अहमद, पूर्व विधायक
नेशनल कॉन्फ्रेंस, अली मोहम्मद डार
पूर्व विधान परिषद सदस्य नेशनल कॉन्फ्रेंस, गुलाम नबी भट्ट पूर्व विधायक नेशनल कॉन्फ्रेंस, मीर सैफुल्लाह पूर्व विधायक नेशनल कॉन्फ्रेंस, चौ. मोहम्मद
रमजान पूर्व विधायक नेशनल कांफ्रेंस, जीएस ओबराय कोषाध्यक्ष नेशनल कॉन्फ्रेंस, मुबारक गुल पूर्व विधायक नेशनल कॉन्फ्रेंस, अली मोहम्मद सागर पूर्व विधायक नेशनल कॉन्फ्रेंस, कैसर अहमद लोन
पूर्व विधान परिषद सदस्य नेशनल कॉन्फ्रेंस, तनवीर सादिक निजी सचिव उमर अब्दुल्ला पूर्व सीएम, मुश्ताक अहमद शाह
पूर्व विधायक पीडीपी, मुजफ्फर हुसैन
बेग पूर्व सांसद पीडीपी, सरताज अहमद मदानी
पूर्व विधायक पीडीपी, नाजिर अहमद खान
डीडीसी चेयरपर्सन, बडगाम पीडीपी, पीरजादा गुलाम
अहमद शाह पूर्व विधायक नेशनल कांफ्रेंस, मंजूर अहमद वाणी वरिष्ठ उपाध्यक्ष नेशनल कॉन्फ्रेंस, गुलाम नबी शाहीन
पूर्व विधान परिषद सदस्य नेशनल कॉन्फ्रेंस, शेख अहमद सलूरा नेता पीडीपी, मोहम्मद आसीम खान निदेशक जे एंड के सॉफ्टवेयर टेक्नॉलाजी पार्क ऑफ इंडिया और
आसिया नकाश, पूर्व विधायक
पीडीपी शामिल हैं।