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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 19 Dec 2022 3:23 pm IST


बेटे को पढ़ाने के लिए पिता ने बेंच दिया था घर, तो बेटे ने भी नहीं किया निराश, महज 23 साल की उम्र में बना IAS अफसर


कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता, जरा एक पत्थर तो तबियत से उछालों यारों! ये लाइन बिहार के गोपालगंज के रहने वाले प्रदीप सिंह पर पूरी तरह से चरितार्थ होती है। प्रदीप ने साल 2020 में महज 23 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा क्लियर की और आईएएस अफसर बन गए लेकिन उनके अफसर बनने का सफर बेहद कठिन था। दरअसल,  प्रदीप के घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी अच्छी नहीं थी। प्रदीप को अफसर बनाने के लिए उनके पिता को अपना घर तक को बेचना पड़ गया था। अपनी कड़ी मेहनत के बदौलत ही उन्होंने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पहले ही अटेम्प्ट में पास कर ली थी। आईएएस ऑफिसर प्रदीप सिंह वैसे तो बिहार के रहने वाले हैं, लेकिन उनका परिवार इंदौर में रहता है। 
प्रदीप बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज रहे हैं लेकिन उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। घर की स्थिति को सुधारने के मकसद से प्रदीप ने 12वीं पास कर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया। इसके लिए उन्हें दिल्ली आना था लेकिन उनके पिता की आमदनी इतनी नहीं थी कि वे बेटे को यूपीएससी की पढ़ाई के लिए दिल्ली भेज सकें। ऐसे में उन्होंने अपना घर बेच दिया और प्रदीप को दिल्ली भेजा। दिल्ली पहुंच कर प्रदीप यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गए।  हालांकि, पिता द्वारा घर बेचकर पढ़ाने की वजह से वह काफी दबाव  भी महसूस कर रहे थे।
 ऐसे में उन्होंने फैसला किया कि वह जल्द से जल्द यूपीएससी परीक्षा पास करके सफलता हासिल करेंगे। प्रदीप ने साल 2018 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी, जिसमें उन्होंने ऑल इंडिया में 93वीं रैंक हासिल की लेकिन उनका चयन आईएएस के लिए नहीं हो सका था। हालांकि उनका अपॉइंटमेंट इंडियन रेवेन्यू सर्विस ( IRS) में हो गया। खबरों की मानें तो प्रदीप सिंह बताते हैं कि साल 2018 में यूपीएससी क्लियर हो गया, लेकिन वह आईएएस बनने से सिर्फ एक रैंक चूक गए। उन्होंने रेवेन्यू सर्विस ज्वॉइन कर लिया। बाद में सर्विस के दौरान छुट्‌टी लेकर उन्होंने दोबारा तैयारी की। इस बार उन्होंने ऑल इंडिया में 26वीं रैंक हासिल की और उनका चयन आईएएस ऑफिसर के पद पर हो गया।