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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 15 Jul 2023 11:49 am IST


यहां जानिए लोअर बैक पेन के कारण और इलाज....


कमर में मोच आना काफी कॉमन है। कुछ लोगों को तो कमर के निचले हिस्से में यानी कि लोअर बैक में हमेशा पेन बना रहता है। क्योंकि कभी ना कभी उठते-बैठते उनकी कमर हर्ट हो जाती है। अगर आपके साथ ही अक्सर ऐसा होता रहता है या आप लोअर बैक पेन से जूझ रहे हैं तो जान लें इस समस्या के लिए कौन से कारण जिम्मेदार होते हैं। 

लोअर बैक पेन के लिए हो सकते हैं ये कारण जिम्मेदार :

लोअर बैक पेन का कारण मसल्स के बीच घर्षण होना या खिंचाव होना है। जिसकी वजह से उठना-बैठना तक मुश्किल हो जाता है। कई बार ये दर्द सोते वक्त और बढ़ जाता है। साथ ही कमर के निचले हिस्से में दर्द और झुनझुनी सी महसूस होती है। लोअर बैक पेन के लिए ये कारण जिम्मेदार होते हैं। 
-कई बार कमर में लगी गहरी चोट लोअर बैक पेन के लिए जिम्मेदार होती है। 
-कुछ लोगों की बैठने की गलत आदत और झुकने का गलत पोश्चर उन्हें लोअर बैक पेन दे देता है। 
-अचानक से कमर की मसल्स में खिंचाव आ जाने से भी दर्द होने लगता है। 
-जिन लोगों को कमर की डिस्क में प्रॉब्लम होती है। उन्हें लोअर बैक पेन का इश्यू होता है। 
-कमर में दर्द के लिए किडनी, ब्लैडर में इंफेक्शन, किडनी स्टोन और कई बार तो यूरिन या पेल्विक में सूजन भी जिम्मेदार होती है।
-गलत पोश्चर में या गलत बिस्तर में सो जाने से भी कमर में दर्द होना शुरू हो जाता है।

किन लोगों को होता है खतरा- लोअर बैक पेन का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है जो लगातार बैठने वाली जॉब करते हैं या फिर बहुत कम फिजिकल एक्टीविटी करते हैं। स्मोकिंग, एल्कोहल करने वालों के साथ ही प्रेग्नेंट वुमन को लोअर बैक पेन का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। 

ये सावधानियां जरूरी है- कमर में दर्द खासतौर पर निचले हिस्से में दर्द की शिकायत बनी रहती है जो जरूरी है कि कुछ सावधानियां रखी जाएं।

-अपने खानपान में विटामिन डी और कैल्शियम की मात्रा बढ़ाएं। साथ ही जरूरी न्यूट्रिशन से भरपूर फूड्स खाएं।
-वजन को कंट्रोल में रखें। ज्यादा वजन बढ़ने पर कई बार भार कमर के हिस्से आता है। 
-रेगुलर एक्सरसाइज को डेली रुटीन में शामिल करें। फिर चाहे योग, वॉक, स्विमिंग कुछ भी हो।
-झुककर उठने और बैठने का पोश्चर जरूर सही रखें। ज्यादातर लोअर बैक पेन की वजह गलत पोश्चर होता है।