नशा मुक्ति केंद्रों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन ने जो कवायद अगस्त में शुरू की थी, अब उसका प्रतिफल मिलने वाला है। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार के आदेश पर नशा मुक्ति केंद्रों की जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) नितिका खंडेलवाल की अध्यक्षता में गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तावित मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) के रूप में सौंप दी है।
इसी वर्ष अगस्त के प्रथम सप्ताह में क्लेमेनटाउन स्थित नशा मुक्ति केंद्र में युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। इसके अलावा अन्य नशा मुक्ति केंद्रों में मारपीट व नशा परोसने की घटनाएं भी सामने आ रही थीं। दैनिक जागरण ने इस पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी कि नशा मुक्ति केंद्र किसी भी विभाग की निगरानी में नहीं हैं, जिसके चलते यहां अमानवीय घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा। जिलाधिकारी ने खबर का संज्ञान लेकर सीडीओ की अध्यक्षता में समिति गठित कर केंद्रों की जांच करने के साथ एसओपी तैयार करने के आदेश दिए थे।