बड़ी लंबी है बड़े पर्दे पर छा जाने वाली बड़ी हस्तियों की लिस्ट, लेकिन वो सूची छोटी ही है जो बताती है उन सितारों के नाम जिनका सपना तो बाकियों की तरह ही लोकप्रिय होना था लेकिन उनका जुनून, वो कुछ अलग कर दिखाने का था। एक ऐसी ही जुनूनी अभिनेत्री को देखा है हिंदी सिनेमा ने 60 और 70 के दशक में। नाम था तनुजा। 'मैम दीदी', 'चांद और सूरज', 'मेरे जीवन साथी' जैसी कई हिट फिल्में देने वाली तनुजा की छवि कुछ हटकर थी। उनकी पर्सनालिटी इतनी बेबाक थी की सुपरहिट अभिनेता धर्मेंद्र ने उनके साथ फ़्लर्ट करने की कोशिश की तो बदले में भाई ही बन गए। ये किस्सा बेहद रोचक है औऱ तनुजा के 78 जन्मदिन पर इसे साझा करना तो बनता है। बात थी सन 1965 की, फ़िल्म 'चांद और सूरज' की शूटिंग चल रही थी। इस दौरान धर्मेंद्र सेट पर शराब पीकर पहुंचे। उस वक्त धर्मेंद्र और तनुजा अच्छे दोस्त हुए करते थे। नशे में धर्मेंद्र तनुजा के साथ फर्लट करने लगे। इसका खामियाजा उन्हे एक थप्पड़ से चुकाना पड़ा है। जी हां तनुजा ने गुस्से में धर्मेंद्र को थप्पड़ मार दिया। साथ ही कहा, 'बेशर्म, मैं तुम्हारी बीवी को जानती हूं और तुम्हारी इतनी हिम्मत की मुझसे फ़्लर्ट करो।' इस बात का धर्मेंद्र पर इतना गहरा असर पड़ा कि उन्होने तनुजा से खुद को भाई बनाने के लिए कह डाला। तनुजा ने बहुत कोशिश की लेकिन धर्मेंद्र नही माने और आखिर में तनुजा को धर्मेंद्र की कलाई पर राखी बांधनी पड़ी। हमे यकीन है कि धर्मेंद्र औऱ तनुजा इस किस्से को तो नही भूलते होंगे। और न ही अजय देवगन ये भूलते होंगे की कैसे काजोल की मां यानि उनकी सास ने उनके आगे ये शर्त रख दी थी कि जब तक अजय उन्हें मां नही बोलते तब तक अजय काजोल से बात नही कर सकते। खास बात यह है कि ये किस्सा काजोल और अजय की शादी के तीन साल बाद का है। दरअसल, शादी के बाद भी अजय तनोजा को मां नही कहा करते थे। ये बात तनुजा को पसंद नही थी। एक दिन जब काजोल घऱ आई तो उनके पीछे तनुजा को अजय का फोन आया। तनुजा ने अजय के आगे ये शर्त रख दी कि जब तक अजय उन्हे मां नही बोलेंगे तब तक वो काजोल से बात नही कर सकते। बेचारे अजय ये बात सुनकर इतना डर गए कि उन्होने फौरन तनुजा को मोम कह दिया। तनुजा का स्टाइल है ही इतना हटके। इसलिए तो जब भी एक खूबसूरत बेबाग हसीना का जिक्र जुबान पर आता है जो नज़रो के आगे एक झलक तनुजा की जरुर आती है।