बिन्दुखत्ता क्षेत्र में झोलाछाप से इलाज कराने के दौरान तबीयत बिगड़ने पर दो साल के एक मासूम बच्चे की मौत हो गई, जबकि इसी झोलाछाप की दवा खाकर आठ माह के एक अन्य मासूम की हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना से लालकुआं क्षेत्र में हड़कंप है। बीती 24 मई को बिन्दुखत्ता के शास्त्रीनगर-01 निवासी विनोद नैनवाल के दो वर्षीय इकलौते बेटे लक्ष्य और बिंदुखत्ता के ही ढलान चक्की निवासी शंकर भारद्वाज के 8 माह के पुत्र आरव की तबीयत खराब थी।दोनों के परिजनों ने काररोड स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज कराया। क्लीनिक संचालक की दी दवाई खाकर दोनों मासूमों की तबीयत तेजी से बिगड़ गई। जिसके बाद तत्काल लक्ष्य और आरव को एसटीएच में भर्ती कराया गया। शनिवार शाम इलाज के दौरान लक्ष्य की मौत हो गई।जबकि, आठ माह के आरव की हालत स्थित बनी हुई है। उधर, प्रभारी चिकित्साधिकारी मोटाहल्दू डॉ.हरीश पांडे ने बताया कि दो वर्षीय बच्चे की मौत की जानकारी शनिवार शाम मिली थी। विभागीय अधिकारियों को सूचित करने के बाद मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।