बेमौसम और अधिक बारिश ने किसानों की फसलों को एक बार फिर बर्बाद कर दिया। बीते एक माह में रुक-रुक कर हुई बरसात के कारण गेहूं और तिलहन फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई है। लालढांग के तराई क्षेत्र के जल भराव के चलते दुधला दयालवाला, नौरंगाबाद, लाहड़ पुर आदि गांवों में 100 हेक्टेयर से ज्यादा गेहूं और सरसों आदि की फसल 90 प्रतिशत तक बर्बाद हो चुकी। बीती सितंबर और अक्तूबर में बारिश के चलते किसान की धान की फसल तबाह हो गई थी। जिसमे पीड़ित किसानों को मुआवजा तक नहीं मिला। अब बेमौसमी बरसात के चलते क्षेत्र के दर्जनों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है। जिससे गेहूं का उत्पादन 50 प्रतिशत तक गिर जाएगा। कुछ किसानों के खेतों में तो फसल इस कदर बर्बाद हो गई कि लागत भी वापस नहीं मिल सकेगी। जिसका असर किसानों की आर्थिक स्थिति पर पड़ना तय है।