हरिद्वार- मेयर अनिता शर्मा ने मेला प्रशासन से नगर निगम को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिलने का आरोप लगाया है। निगम परिसर स्थित मेयर कार्यालय पर आयोजित बैठक में मेयर अनिता शर्मा ने एई पवन कोठियाल को मेला क्षेत्र में मूत्रालय और शौचालय बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान मेयर ने पत्रकारवार्ता कर मेला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। पत्रकारवार्ता के दौरान मेयर अनिता शर्मा ने कहा कि महाकुंभ के लिए समस्त अखाड़ों में साधु संतो के साथ साथ श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया। उसके लिए सफाई व्यवस्था भी अच्छी होनी चाहिए। मेला प्रशासन निगम के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। सफाई कर्मचारियों की भर्ती नही की जा रही। मेलाधिकारी दीपक रावत, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी कर्मचारियों की भर्ती के लिए आग्रह किया गया लेकिन कुछ नहीं हो रहा है। पहली बार ऐसा कुंभ मे सफाई व्यवस्था चरमरा रही है। कहीं भी साफ सफाई नहीं है। मेयर को बदनाम करने का कार्य किया जा रहा है। अखाड़ों आश्रमों के साधु संत भी सीधे निगम के पार्षद और मेयर से शिकायत कर रहे हैं। बोर्ड बैठक में 600 कर्मचारियों की भर्ती के लिए प्रस्ताव पास किया जा चुका है। लेकिन उस पर भी कुछ नहीं हुआ। मुख्य नगर आयुक्त बिना किसी को चार्ज दिए छुट्टी पर चले गए हैं। एमएनए ने मेयर को सूचना भी नहीं दी । पहले कुंभ शुरू होने से तीन महीने पूर्व ही कर्मचारियों की भर्ती हो जाती थी। निगम के कर्मचारियों को भी मेला प्रशासन ले गया। जिसके कारण वार्डो में व्यवस्था चरमरा गई है। यात्री आ रहे है और मूत्रालय भी नहीं बनाए गए। पार्षद राजीव भार्गव ने कहा कि मेयर कांग्रेस की होने के कारण सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। मेयर को बदनाम करने की पूरी साजिश की जा रही है। अधिकारी किसके इशारे पर कार्य कर रहे हैं जनता देख रही है। जनहित के कार्य नहीं होने दिए जा रहे हैं। इस अवसर पर मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा, पार्षद राजीव भार्गव, सुनील कुमार, देवेश गौतम आदि उपस्थित रहे