वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए होटल या रेस्टोरेंट के बारे में। आज के टाइम में बड़े-बड़े शहरों में सड़कों के किनारे बेशुमार होटलों की लाइन लगी पड़ी है। कहीं तीन सितारा है तो कहीं पांच सितारा। यहां तक कि छोटे शहर और गांव भी अब इनकी भीड़ से अछूते नहीं है। लेकिन इनका निर्माण करते वक्त वास्तु के अनुसार कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।अगर वास्तु के नियमों को नहीं माना तो आपकी पूरी मेहनत पर पानी भी फिर सकता है, आपको बिजनेस में नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए सबसे पहले हम आपको होटल के लिए सही आकार में भूमि के चुनाव के बारे में बता रहे हैं. किसी भी निर्माण के लिए सबसे पहले भूमि का ही चुनाव किया जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार होटल निर्माण के लिए आयताकार या फिर वर्ग के आकार की भूमि का चुनाव करना सबसे अच्छा रहता है। होटल का निर्माण इस तरह से किया जाना चाहिए कि इसकी ऊंचाई उत्तर-पूर्व दिशा से दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ थोड़ी अधिक होनी चाहिए।