बागेश्वर-जिले में हर ओर जंगल धधक रहे हैं। वन विभाग तमाम संसाधनों के बावजूद आग पर काबू पाने में विफल साबित हो रहा है। इन सबके बीच पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित अमस्यारी गांव के बसंत बल्लभ जोशी वर्ष 1999 से स्वयं का जंगल तैयार कर पेड़ों और पेयजल स्रोतों को बचाने में लगे हैं। उनके प्रयास से सूखने के कगार पर पहुंचा जल स्रोत भी रिचार्ज होने लगा है।