महाराष्ट्र के पालघर जिले में दो साधु माब लिंचिंग का शिकार होते-होते बचे। दरअसल, यहां लोगों ने दोनों साधुओं को बच्चा पकड़ने वाला समझ लिया, जिसके बाद हिंसा की स्थिती हो गई।
हालांकि, पुलिस ने सही समय पर पहुंचकर मामले को संभाल लिया। एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, पालघर में रविवार सुबह करीब 11.30 बजे वनगांव थाना क्षेत्र के चंद्रनगर गांव में दो साधु को लोगों ने देखा। उन्हें लगा कि, ये लोग बच्चा चुराने आए हैं। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई।
इसी बीच स्थिति बिगड़ती देख ग्रामीण ने पुलिस को फोन कर जानकारी दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई, और ग्रामीणों को शांत कराया। बाद में दोनों साधुओं को पुलिस स्टेशन ले जाया गया और उनसे पूछताछ की। दोनों ने बताया कि, वो यवतमाल जिले के रहने वाले हैं। भीख मांगने का काम करते हैं।