रुद्रप्रयाग: पंचकेदारों में शामिल तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गस्थल मक्कूमठ में 22 अप्रैल से 11 दिवसीय महायज्ञ का वैदिक मंत्रोच्चारण एवं विधि विधान से शुरू होगा। महायज्ञ को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है। इसके अलावा बदरी-केदार मंदिर समिति एवं हक हकूकधारियों की ओर से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ताकि अधिक से अधिक भक्तजन महायज्ञ के साक्षी बन सके। गत मार्च में मंदिर के मठाधिपति राम प्रसाद मैठाणी के निर्देशन में मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ में पंच पुरोहितों ने पंचांग गणना से महायज्ञ का दिन तय कर दिया है। गणना के अनुसार 19 अप्रैल को भगवान तुंगनाथ का हल्दी हाथ, 20 को हवन पूजा व सकलीकरण और 21 को कुंड की स्थापना की जाएंगी। 22 अप्रैल को विशेष पूजा-अर्चना एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। दसवें दिन एक मई को भव्य जलकलश यात्रा एवं दो मई को पूर्णाहुति व प्रसाद वितरण के साथ समापन होगा।