श्रमिक संगठन के अध्यक्ष मिलन भंडारी ने कहा कि श्रमिक अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन कर रहे है। कहा कि कंपनी 18 कर्मियों को बिना किसी लापरवाही के निष्कासित किया है। जिसे लेकर कर्मी आंदोलित है। लेकिन कंपनी के अधिकारी मांगों पर कार्रवाई करने के बजाए तानाशाही बढ़ा दी है। हालात यह है कि दिन में लंच और नाश्ता तक बंद करवा दिया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक कंपनी उनकी मांगों पर कार्रवाई करते हुए निष्कासित कर्मियों को बहाल नहीं करती आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में महासचिव मुकेश रावत, सुशील भंडारी, भगत रावत, भरत, सतीश, मोहित आदि शामिल थे।