नई टिहरी। नई टिहरी के बांध विस्थापितों और प्रभावितों के भूखंड और प्लॉटों के आसपास अतिरिक्त भूमि का नियमितीकरण की मांग पर लंबे समय बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने खासी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि नई टिहरी शहर की स्थिति प्रदेश के अन्य शहरों से अलग है। सरकार को अतिरिक्त भूमि का नियमितीकरण करने पर जल्द सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए।
बांध विस्थापित संघर्ष समिति के अध्यक्ष लक्ष्मी भट्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में विस्थापितों ने कहा कि दो-दो बार नई टिहरी में अतिरिक्त भूमि के नियमितीकरण का मामला सीएम घोषणा में शामिल होने के बावजूद अभी तक हल नहीं हुआ है। स्थानीय विधायक किशोर उपाध्याय भी इस मांगों को लेकर शासन में पैरवी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नई टिहरी के लोगों ने टिहरी बांध के लिए अपनी जमीन, संस्कृति और परिसंपत्ति कुर्बान की है। ऐसे में विस्थापित शहर में उनके कब्जे वाली भूमि को उन्हें आवंटित किया जाना चाहिए। बैठक में समिति के सचिव राजेंद्र प्रसाद डोभाल, कोषाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह परमार, व्यापार मंडल के अध्यक्ष ज्योति डोभाल, पूर्व प्रमुख खेम सिंह चौहान, शीशराम थपलियाल, जीतमणी तिवाड़ी, मदन सिंह चौहान, ओमप्रकाश रतूड़ी, विजेंद्र चंद रमोला मौजूद थे।