सेवा को यथावत जारी रखने, मानदेय में बढ़ोतरी समेत विभिन्न मागों को लेकर भोजनमाताओं ने परेड ग्राउंड से गाधी पार्क तक रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने नायब तहसीलदार सदर सुरेंद्र सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मांग पत्र प्रेषित किया।
शुक्रवार को उत्तराखंड भोजनमाता संगठन के बैनर तले जिले की भोजनमाताएं परेड ग्राउंड में एकत्रित हुई। यहां भोजनमाताओं ने मुख्यमंत्री आवाज कूच के लिए हुंकार भरी। पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाया कि कुछ देर पहले काफी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने सचिवालय कूच किया। एक साथ दो संगठनों के कूच के कारण शहर की सड़कों पर ट्रैफिक जाम हो जाएगा। जिससे आमजन को तकलीफ होगी। इसके बाद भोजनमाताओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच रद कर परेड ग्राउंड से गांधी पार्क तक रैली निकाली। संगठन के संरक्षक जगदीश गुप्ता और अध्यक्ष ऊषा देवी ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना के तहत भोजन नहीं पकाया जा रहा है। जिसके कारण भोजनमाताओं को अन्य कार्य करना पड़ रहा है। वे सभी कई वर्षो तक सेवा देने के बाद भी अल्प मानदेय में कार्य कर रही हैं। मानदेय बढ़ाने के लिए बीते तीन जनवरी 2020 से 15 मार्च तक खंड शिक्षा अधिकारी विकासनगर कार्यालय के बाहर धरना दिया गया। 19 जुलाई को शिक्षा मंत्री अरविंद पाडेय ने मानदेय पाच हजार रुपये करने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को दिया, लेकिन अब तक मामला कैबिनेट में नहीं आया है। बीते चार सितंबर को जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान भोजनमाताओं को अतिरिक्त कार्यो से मुक्त करने आदि समस्याओं का निस्तारण की माग उठाई। इस मौके पर संगठन की महामंत्री माधुरी तोमर, सुनीता, सावित्री, सुमन, अनिता, लज्जा आदि मौजूद रहे।