गंगोलीहाट। मड़कनाली-सुरखालपाठक सड़क के लिए ग्रामीण का संघर्ष 145वें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों का कहना है कि शासनस्तर से स्वीकृति मिलने के पांच साल बाद भी प्रशासन पेड़ों की सही गिनती नहीं कर पा रहा। नौ मीटर चौड़ी सड़क में पहले 169 पेड़ आ रहे थे दो मीटर चौड़ाई कम की तो अब पेड़ों की संख्या कम होना छोड़ 323 हो गई है।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष ललित सिंह बिष्ट ने बताया वर्ष 2016 में सड़क निर्माण को हरी झंडी मिली। लेकिन नौ मीटर चौड़ी सड़क में 169पेड़ बीच में आने से सरकार ने बजट जारी नहीं किया और चौड़ाई कम करने को कहा। प्रशासन ने चौड़ाई कम कर सात मीटर की, लेकिन अब पेड़ों की संख्या 323 हो गई है। पेड़ों की संख्या के कारण ही बार-बार शासनस्तर से सड़क निर्माण का अधर पर लटका हुआ है। कहा लंबे समय से ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग को क्रमिक अनशन पर बैठे हैं। लेकिन उनकी सुध कोई नहीं ले रहा। शुक्रवार को पंकज सिंह भंडारी और सागर सिंह भंडारी धरने में बैठे। इस दौरान उन्होंने कहा अगर शासन-प्रशासन ने जल्द ही कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया तो ग्रामीण अमरण अनशन करेंगे।