साड़ी भारतीय संस्कृति और विरासत का हिस्सा है. उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक, साड़ी का स्टाइल जरूरत बदल जाता है लेकिन इस परिधान के बिना हर त्योहार या कार्यक्रम अधूरा सा लगता है. आजकल ट्रेडिशनल के साथ-साथ कई मॉडर्न साड़ियां भी आ गई हैं. आमतौर पर साड़ियों को खास मौकों पर पहनने के लिए स्टोर करके रखा जाता है.इसके चलते साड़ियां समय से पहले खराब हो जाती हैं. आपके पास भी ऐसी कई साड़ियां होंगी, जो आपके दिल के करीब होंगी लेकिन कई बार उनका ख्याल रखना मुश्किल हो जाता है. चलिए तो यहां हम आपको बताते हैं कि आखिर साड़ियों को फिर से कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं.
दुपट्टे या स्कार्फ - अगर घर में रखीं साड़ियां पुरानी हो गई हैं तो उसे फेंकने की जरूरत नहीं है. इन्हें काटकर दुपट्टा या स्कार्फ बनाया जा सकता है. ऐसे दुपट्टे आपके स्टाइल को और ज्यादा शानदार बनाएंगे. आप चाहें तो इसका सलवार या सूट के साथ मैच कर सकते हैं.
बैग करें डिजाइन- जो साड़ियां रखे-रखे खराब हो रही हैं, उनकी मदद से आप पोटली बैग बना सकते हैं. पुरानी साड़ियों से पोटली बैग बनाना ज्यादा मुश्किल कामन नहीं है. इसे सही तरीके से सिलना जरूरी है. आप चाहें तो इसे सजा भी सकते हैं.
पर्दों के लिए - एक साड़ी की लंबाई 6 मीटर की होती है. आप घर के पर्दे बनाने के लिए साड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं. साड़ी से बनाए गए कलरफुल पर्दे आपके कमरे की खूबसूरती और बढ़ा देंगे. घर के लिए पर्दे बनाने के लिए अलग-अलग साड़ियों को मिक्स और मैच कर सकती हैं.
कुशन कवर - भारतीय साड़ियों के खूबसूरत पैटर्न और प्रिंट कुशन के लिए परफेक्ट हैं. पुरानी साड़ियों से सिले गए कुशन कवर काफी ट्रेंडी लुक दे सकते हैं. कुशन को स्टाइलिश लुक देने के लिए लेस या फिर पॉमपॉम्स का इस्तेमाल किया जा सकता है. फेस्टिव सीजन के दौरान घर को सजाने के लिए आप पुरानी साड़ियों से सोफा सीट कवर भी सिल सकते हैं.