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• Fri, 19 Jul 2024 3:52 pm IST


नशे की जद में फंस रहे उत्तराखंड के युवक, सलाखों के पीछे काट रहे जवानी


नैनीताल/ऊधमसिंह नगर :  हल्द्वानी में नशा करने वाला खुद के साथ परिवार को भी बर्बाद कर देता है। नशे के चंगुल में फंसने के बाद व्यक्ति लत पूरी करने के लिए चोरी, लड़ाई-झगड़ा और यहां तक कि हत्या करने तक से गुरेज नहीं करता है। नशा ऐसा जहर बन गया है कि जिसके चक्कर में कई युवा अपनी जवानी सलाखों के पीछे काट रहे हैं।हल्द्वानी उप कारागार में वर्तमान में 1269 बंदी-कैदी बंद हैं। जेल प्रशासन के अनुसार 150 ऐसे बंदी हैं जो स्मैक सहित अन्य नशा करते हैं। अधिकतर युवा नशे की लत पूरी करने के लिए चोरी करते हैं। नशे के आदी युवा लड़ाई-झगड़ा, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस के जुर्म में भी जेल आए हैं। जेल प्रशासन के अनुसार इन नशे के आदी बंदियों को काबू करना बड़ी सिरदर्दी रहता है। नशा नहीं मिलने के कारण कई बंदी दीवार पर सिर मारना, तोड़फोड़ आदि करने लगते हैं। दवाओं से इन्हें किसी तरह नियंत्रित किया जाता है।

स्मैक के लिए चोरी के मामले भी कई बार प्रकाश में आए हैं। हल्द्वानी में दो महीने पहले चोरी के आरोप में पकड़े गए ऊधमसिंह नगर के युवक ने बताया कि वह स्मैक खरीदने के लिए चोरी करता था। वह चोरी के मामले में कई बार पकड़ा जा चुका है और जेल से छूटने के बाद फिर नशे की लत पूरी करने के लिए चोरी करने लगता है। इसी तरह एक महीना पहले एक टेंपो वाला एक सैन्यकर्मी का कैंटीन का सामान लेकर भाग गया था। सीसीटीवी की मदद से पकड़ में आने के बाद उसने बताया कि चोरी किया सामान बेचकर स्मैक पी ली। उधर बस अड्डे में जेब काटने के मामले में पकड़ा गया एक युवक भी स्मैक का लती निकला। पीड़ित के शिकायत नहीं करने पर पुलिस नशे के आदी युवकों का शांतिभंग में चालान कर छोड़ देती है।