रवांई घाटी के कमल सिराईं पट्टी के करड़ा गांव में शिकारुनाग और रुद्रेश्वर महाराज की नवनिर्मित मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन गुरुवार को हुआ। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने पूजा-पाठ और यज्ञ के साथ कलश स्थापना कर किया किया गया।
गुरुवार 27 जुलाई को कमल सिराईं पट्टी के करड़ा गांव में जैसाण थोक के इष्टदेव शिकारुनाग देवता व मुंगरसन्ति पट्टी के 60 गांवों से अधिक के आराध्य रुद्रेश्वर महाराज के नवनिर्मित मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा व कलश स्थापना का आयोजन वेदपाठ मंत्रोच्चार के साथ बड़ी धूमधाम से किया गया। मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा में मुंगरसन्ति सहित कमल सिराईं पट्टी के खलाडी, पुजेली, नेत्री, चन्देली, चपटाडी, शिकारू, मैराणा आदि गांव से सैकड़ों लोग देवदर्शन को पहुंचे। मन्दिर प्राणप्रतिष्ठा से पूर्व नव निर्मित मन्दिर में मंगलवार से हवन-पूजन व तीन दिवसीय यज्ञ व जप किया गया। वहीं गुरुवार को कलश स्थापना व मन्दिर प्राणप्रतिष्ठा के साथ ही महाभण्डारे का आयोजन किया गया। प्राण प्रतिष्ठा व कलश स्थापना में पांच आचार्य ब्राह्मणों ने पारंपरिक पूजा अर्चना कर हवन और जप किया जिसके उपरांत देवमालियों ने अवतरित होकर मन्दिर में कलश स्थापित किया। गांव के पूर्व प्रधान व स्याना जगमोहन रावत, पंडित शांति राम रतूड़ी व रामप्रकाश रतूड़ी ने कहा कि गांव में कई पीढ़ियों के बाद इस प्रकार का मंदिर निर्मित हुआ है। यह मंदिर क्षेत्र के इष्ट देव शिकारूनाग महाराज और मुंगरसंती पट्टी के आराध्य रुद्रेश्वर महाराज का संयुक्त मन्दिर बनाया गया है। मन्दिर में संयुक्त गृभगृह है जबकि ऊपरी भाग में अलग-अलग दोनों इष्ट देवताओं के कलश स्थापित किये गए हैं। ग्राम प्रधान अंकित रावत ने ग्रामीणों का मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मन्दिर को सनातन धर्म के आस्था का प्रतीक बताया व क्षेत्र के सभी श्रद्धालुओं को गांव में आयोजित महाभण्डारे में शामिल होने व देवताओं का आशीर्वाद लेने तथा प्रसाद ग्रहण करने की अपील की। कार्यक्रम में गांव के धीरपाल सिंह रावत, जब्बर सिंह भंडारी, वीरेंद्र डोटीयाल, विनोद रतूड़ी, मनोज, अर्जुन सिंह, आनंद रावत, मनोज रतूड़ी, गोपाल सिंह, नेपाल सिंह रावत, जगदीश लाल, सुनील, सुरेश, प्रकाश चंद आदि ग्रामीण शामिल रहे।