उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले में सिकल सेल एनीमिया के दो मामले मिले हैं। हालांकि, दोनों ही लोग स्वस्थ हैं। राष्ट्रीय सिकल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत प्रदेशभर में जनजातीय क्षेत्र के दो लाख लोगों का सर्वे कर जांच की गई थी, जिसमें दो लोगों के खून नमूनों की जांच में सिकल सेल एनीमिया की पुष्टि हुई।
केंद्र सरकार के निर्देश पर चमोली, पिथौरागढ़, देहरादून व ऊधमसिंह नगर जिले के अलावा प्रदेशभर में जहां जनजातीय क्षेत्रों के लोग रह रहे हैं, उनका सर्वे कर जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो लाख लोगों की स्क्रीनिंग की, जिसमें ऊधमसिंह नगर जिले में दो लोगों में सिकल सेल एनीमिया मिला है।
यह आनुवांशिक रोग है। बीमारी संक्रमित माता-पिता से बच्चों में हो जाती है। ऊधमसिंह नगर में जनजातीय समाज के लोगों की संख्या काफी है। यह आनुवंशिक बीमारियां जनजातीय क्षेत्र के लोगों में अधिक होती है। सिकल सेल एनीमिया अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. अजय नागरकर ने बताया, सिकल सेल एनीमिया यह एक आनुवांशिक रोग है। जब तक खून की जांच नहीं कराई जाती है, तब तक इस रोग का पता नहीं लगता है। ऊधमसिंह नगर जिले में दो लोगों की जांच में सिकल सेल एनीमिया पाया गया। विभाग की ओर से नियमित काउंसलिंग की जाएगी।