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• Wed, 4 Sep 2024 1:08 pm IST


उत्तराखंड के पर्वतीय शहरों में होगा भूस्खलन के खतरे का आकलन, नैनीताल से होगी शुरुवात


उत्तराखंड भूस्खलन शमन एवं प्रबंधन केंद्र (यूएलएमएमसी) ने नैनीताल समेत अन्य पर्वतीय शहरों के भूगर्भीय जांच और भूस्खलन के खतरे के आकलन की तैयारी की है। नैनीताल पहला पर्वतीय नगर होगा, जहां पर सबसे पहले अध्ययन शुरू होगा। अध्ययन रिपोर्ट आने से और बेहतर ढंग से सड़क, ड्रेनेज की योजना बनाने और काम करने में सहायता मिलेगी। इसके अलावा भूस्खलन के खतरे को कम करने में भी मदद मिलेगी। नैनीताल शहर में भूस्खलन की घटना होती रही हैं। अब यूएलएमएमसी ने शहर को 29 हिस्सों में बांटकर भूगर्भीय जांच करने का फैसला किया है। संस्थान ने इन हिस्सों में पहले कब भूस्खलन की घटना हुई है, उसकी भी जानकारी जुटाई है। संस्थान अध्ययन के दौरान भूमि के ऊपर के अलावा (भूगर्भीय संरचना मानचित्र तैयार करना) अंदर क्या है उसका पता किया जाएगा। यहां पर मिट्टी की पानी में घुलनशीलता, चट्टान और उसके प्रकार, चट्टान का घनत्व, चट्टान की क्षमता, खनिज आदि का पता किया जाएगा।

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