शादी-ब्याह का मौका ज्यादातर लोगों की जिंदगी में एक ही बार आता है। हर दुल्हन चाहती है कि वो शादी पर सुर्ख जोड़े में धूमधाम से विदा हो, लेकिन कोरोना की काली छाया के चलते विवाह की सारी परंपराएं ही बदल गई हैं।
मजबूरी ऐसी है कि कहीं दूल्हा-दुल्हन को पीपीई किट पहनकर ब्याह करना पड़ रहा है, तो कहीं शादी के बाद भी दूल्हा बिना दुल्हन के वापस लौटने को मजबूर है। ऊधमसिंहनगर से अपनी दुल्हन को लेने चंपावत पहुंचे पंकज अधिकारी के साथ भी यही हुआ। यहां शादी से एक दिन पहले दुल्हन कोरोना पॉजिटिव पाई गई।
जब तक रिपोर्ट आई तब तक सारे धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए थे..ऐसे में दूल्हा समेत सिर्फ चार लोग बारात लेकर आए और शादी की दूसरी रस्में निपटाईं। किसी तरह शादी तो हो गई, लेकिन ऊधमसिंहनगर जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव दुल्हन को अपने यहां एंट्री देने से मना कर दिया। ऐसे में अब दुल्हन अपने मायके चंपावत में ही होम आइसोलेशन में रहेगी। मामला जिले के बेलखेत गांव का है।