जोशीमठ की तलहटी में अलकनंदा के किनारे भू कटाव रोकने के लिए सुरक्षा दीवार की डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी अब टीएचडीसी को सौंपी गई है. उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने टीएचडीसी को इन्वेस्टिगेशन और डीपीआर तैयार करने के लिए कहा है. इससे पहले यह जिम्मेदारी सिंचाई विभाग के पास थी. लेकिन विभाग ने सिंचाई विभाग की डीपीआर को रिजेक्ट कर दिया है. हालांकि, सुरक्षा दीवार बनाने का काम सिंचाई विभाग ही करेगा.आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ के नीचे अलकनंदा नदी के प्रभाव से लगातार भू कटाव हो रहा है. उन्होंने बताया कि जिन जगहों पर नाले नदी से मिलते हैं, वहां पर भू कटाव की समस्या ज्यादा है. इसे देखते हुए सिंचाई विभाग को जोशीमठ के नीचे अलकनंदा के किनारे पूरे कैचमेंट में सुरक्षा दीवार बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी. लेकिन सिंचाई विभाग ने इस पर तकनीकी पहलुओं पर ठीक से इन्वेस्टिगेशन नहीं किया. इसलिए यह काम अब टीएचडीसी को दिया गया है.