तकनीकी जांच में सभी मानकों पर खरा उतरा सुरकंडा देवी रोपवे
सुरकुट पर्वत स्थित सिद्धपीठ सुरकंडा देवी मंदिर के दर्शनों को जाने के लिए भक्तों का सफर रोमांचक हो जाएगा। देवी भक्तों को अब डेढ़ किमी की चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी। श्रद्धालुओं की राह आसान करने के लिए लंबे समय से निर्माणधीन रोपवे का बृहस्पतिवार को ब्रिडकुल के इंजीनियरों ने तकनीकी निरीक्षण किया और इसे सभी मानकों पर खरा पाया। रोपवे शुरू करने के लिए अब प्रशासन से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। सीएम की ओर से रोपवे का लोकार्पण कराया जाएगा। उड़न खटोला शुरू होने के बाद देवी भक्त कद्दूखाल से पांच मिनट के सफर में मंदिर पहुंच सकेंगे।सिद्धपीठ सुरकंडा देवी मंदिर में पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को अब तक कद्दूखाल से डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई पार करनी पड़ती है, जिस कारण वृद्ध और दिव्यांग लोग आसानी से नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे में परिजन घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी की व्यवस्था कर किसी तरह अपनों को पूजा-अर्चना के लिए मंदिर तक पहुंचाते हैं। सिद्धपीठ सुरकंडा देवी के दर्शन के लिए प्रति वर्ष लाखों की संख्या में मंदिर पहुंचते हैं। सुरकंडा देवी की सुगम यात्रा के लिए प्रदेश सरकार ने वर्ष 2015-16 में कद्दूखाल-सुरकंडा रोपवे का निर्माण शुरू किया था। मंदिर तक आसानी से पहुंचने के लिए रोपवे का ट्रायल पिछले दिनों सफल रहा। बृहस्पतिवार को ब्रिडकुल के एमडी व मुख्य रज्जू मार्ग पर्यवेक्षक कुंदन सिंह नेगी, ब्रिडकुल के जीएम आरपी उनियाल के साथ इंजीनियरों की टीम ने रोपवे की तकनीकी जांच की। विशेषज्ञों की टीम ने रोपवे के सारे उपकरण, केबिल और ट्रॉली सहित सभी तकनीकी मानकों की बारीकी से जांच की। उसके बाद सभी अधिकारियों ने नए रोपवे के केबिन से मंदिर तक का सफर भी किया। पर्यवेक्षक नेगी ने कहा कि रोपवे तकनीकी जांच में सही पाया गया है, शीघ्र ही रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी। इस मौके पर धनोल्टी एसडीएम लक्ष्मीराज चौहान और जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी भी मौजूद थे।.