जिला चिकित्सालय में सीएमएस के पद पर स्थायी रूप से तैनाती करना सरकार व प्रशासन के लिए भारी हो गया है। जिलाधिकारी द्वारा तैनात प्रभारी सीएमएस ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं तथा चार्ज लेने से इंकार कर दिया जिस कारण फिलहाल एसएन त्रिपाठी ही सीएमएस के पद पर हैं। वह भी आधे-अधूरे मन से काम कर रहे हैं।
जिला अस्पताल से किसी तरह की जानकारी नहीं मिल रही है। फोन करने पर प्रभारी सीएमएस अपना दुखड़ा रोना शुरू कर देते हैं। इससे कोरोना जैसी महामारी कैसे निपटेगी यह बड़ा सवाल है।