रुद्रप्रयाग-केदारनाथ में डेढ़ फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है, जिससे यहां हो रहे सभी पुनर्निर्माण कार्य ठप हो गए है। जबकि निचले इलाकों में बारिश से ठंड बढ़ गई है। बारिश से जलस्रोतों को नया जीवन मिला है। साथ ही खेतों को पर्याप्त नमी मिल गई है। केदारनाथ में बीते मंगलवार से अभी तक कई बार बर्फबारी हो चुकी है, जिससे यहां डेढ़ फीट तक बर्फ जमा हो गई है। रुद्रा प्वाइंट से केदारनाथ मंदिर से लेकर संपूर्ण केदारपुरी ने सफेद चादर ओढ़ ली है। फरवरी के बाद यह पहला मौका है, जब धाम में इतनी बर्फबारी हुई है। खराब मौसम के कारण केदारनाथ में सभी पुनर्निर्माण कार्य ठप हो चुके हैं। द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चंद्रशिला समेत अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी अच्छी बर्फबारी हुई है। डीडीएमए के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि बर्फबारी के कारण केदारनाथ में सभी कार्य रोक दिए गए हैं। मौसम ठीक होने के बाद ही पुनर्निर्माण कार्य पुन: शुरू होंगे। इधर, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में दोपहर बाद कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई। इससे पूर्व मंगलवार को भी दिन से लेकर रातभर कई बार रुक-रुककर तेज बारिश होती रही, जिससे सूखने के कगार पर पहुंचे पेयजल स्रोतों को नया जीवन मिल गया है। साथ ही गाड-गदेरों में पानी बढ़ा है। काश्तकारों का कहना है कि बारिश से खेती को भी लाभ मिला है।