DevBhoomi Insider Desk • Wed, 8 Sep 2021 7:49 am IST
खगोलविदों ने लगाया रेडियो पल्सर में इस एक बदलाव का पता
रुड़की। इंडियन पल्सर टाइमिंग एरे (इनपीटीए) टीम के खगोलविदों ने एक बहुमुखी, संवेदनशील और उन्नत विशालकाय मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप (यूजीएमआरटी) की मदद से रेडियो पल्सर में एक अभूतपूर्व बदलाव का पता लगाया है। इससे पूर्व इसी साल इनपीटीए इंटरनेशनल पल्सर टाइमिंग एरे (आइपीटीए) कंसोर्शियम (संघ) में शामिल किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग संगठन का लक्ष्य अब तक पकड़ से परे नैनोहर्ट्ज गुरुत्वाकर्षण तरंगों को पकड़ना है। इनपीटीए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की सहित कई प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े भारतीय और जापानी खगोलविदों का संगठन है।