DevBhoomi Insider Desk • Tue, 28 Dec 2021 8:00 pm IST
जो लौट के घर ना आए: STH में 15 साल के अंदर 21 हजार से ज्यादा मरीजों ने तोड़ा दम !
कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी सुशील तिवारी हॉस्पिटल में लापरवाही के कई मामले सामने आ चुके हैं. लापरवाही के चलते बहुत से मरीजों की मौत होने के बाद परिजनों और अस्पताल के बीच कई बार विवाद भी हुए हैं. आरटीआई (सूचना का अधिकार) से मिली जानकारी के मुताबिक सुशीला तिवारी अस्पताल से चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है. यहां इलाज के दौरान बड़ी संख्या में मरीजों की मौत हुई है. यही नहीं कोविड-19 में भी सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान बड़ी संख्या में मरीजों की मौत के आंकड़े सामने आए हैं. हल्द्वानी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत सुशीला तिवारी अस्पताल से मांगी जानकारी के अनुसार साल 2005 से लेकर 3 दिसंबर 2020 तक सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान 21,921 मरीजों की मौत हुई है. इसके अलावा यह भी जानकारी मिली है कि कोविड-19 संक्रमण काल के दौरान से 03 दिसंबर 2021 तक सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान 1,006 कोरोना वायरस संक्रमितों मरीजों की मौत हुई है.