मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कोरोना संक्रमित हो जाने के बाद अब विधानसभा सत्र में ट्रैजरी बैंच का पूरा दारोमदार कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के कंधों पर आ गया है। हालांकि मुख्यमंत्री के मौजूद रहने पर भी वह कौशिक पर भरोसा जताते थे।
प्रकाश पंत के निधन के बाद से संसदीय कार्य का जिम्मा मदन कौशिक के पास है। उन्हें मंत्रालय नहीं मिला लेकिन कामचलाऊ प्रभार उनके पास हर सत्र में रहता है। लेकिन यह पहली बार वह मुख्यमंत्री जो नेता सदन भी हैं की गैरमौजूदगी में सदन में मोर्चा संभालते नजर आएंगे।
21 दिसंबर से विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है। सत्र तीन दिन चलना है। सत्र से पहले सभी सदस्यों की कोरोना जांच होनी है।