टीनएज में टैनिंग की वजह होती है स्कूल ट्यूशन और स्पॉर्ट्स ऐक्टिविटीज के दौरान अधिक समय का सन.एक्सपोजर। इस उम्र में बच्चों की त्वचा पर केमिकल बेस्ड और हार्श प्रॉडक्ट्स का उपयोग नहीं करना चाहिए। बल्कि रसोई से जुड़े घरेलू और हर्बल तरीकों से बच्चों की त्वचा की देखभाल करनी चाहिए। जानते हैं कुछ घरेलू टिप्स-
1.कच्चा दूध एक प्राकृतिक टोनर है जो नाजुक त्वचा के लिए पूरी तरह सुरक्षित है और इनकी सॉफ्ट त्वचा की कोशिकाओं को मजबूत बनाने का काम करता है।
2.बच्चों की त्वचा पर कच्चा दूध लगाने के लिए आप 4 से 5 टेबल स्पून कच्चा दूध किसी कटोरी में निकाल लें। अब रूई की मदद से यह दूध बच्चों के चेहरे गर्दन हाथ पैर अंडरआर्म्स इत्यादि में लगाएं। जब एक बार लगाने के बाद दूध सूख जाए तो दोबारा लगाएं और फिर उन्हें गुनगुने पानी से नहला दें।
3.त्वचा यदि तैलीय है तो इनके लिए चावल के आटे और दूध को मिलाकर फेस पैक तैयार करें।
बेसन.दूध.हल्दी का फेस पैक भी बच्चों की त्वचा पर लगा सकती हैं। बच्चों को बताएं कि ऐसा करने से उन्हें कील.मुहांसों की समस्या से राहत मिलेगी।
4.गेहूं का आटा.मलाई और गुलाबजल से तैयार फेस पैक लगाएं। यह उसकी त्वचा को गहराई से पोषण भी देगा और कील.मुहांसे.दाग.धब्बों की समस्या से भी बचाएगा।