सीमांत जिले के सबसे बड़े जिला महिला अस्पताल में प्रसूताओं की मोमबत्ती की लौ पर दूध गर्म करने की खबर के बाद अस्पताल प्रबंधन ने व्यवस्थाओं में सुधार किया है। नवजात बच्चों के लिए दूध गर्म करने के लिए अस्पताल में इंडक्शन चूल्हा लगा दिया है। साथ ही महिलाओं और बच्चों के वार्ड में तैनात स्टाफ नर्स को पीएमएस ने विशेष ध्यान रखने और सुविधाओं का लाभ देने के निर्देश दिए हैं।
18 जनवरी के अंक में अमर उजाला ने ‘शर्म करो शर्म, मोमबत्ती की लौ पर हो रहा नवजात बच्चों के लिए दूध गर्म’ शीर्षक से नवजातों के लिए दूध गर्म करने में तीमारदारों को हो रही परेशानी को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद जिला महिला अस्पताल में इंडक्शन चूल्हा लगा दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल में पहले से दूध गर्म करने के लिए इंडक्शन लगा हुआ है लेकिन कुछ महिलाओं को जानकारी नहीं होने की वजह से वह अन्य संसाधनों से दूध गर्म कर लेती हैं। पीएमएस डा.केसी भट्ट ने ड्यूटी पर तैनात रहने वाली स्टाफ नर्स को महिलाओं को अस्पताल में उपलब्ध सुविधा की जानकारी देने और महिलाओं और नवजातों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं।